Gandi baat Shayari :- Today we are Provided Some Shayari for You. you Can share This Shayari on Social media or Friends .
ना वो मुझे जानती थी नही मै उसे जनता था
बस रेट की बात हुई और काम हो गया
यादों की गहराई में
लगा हूं मै खोने,
अब जा रहा हूं ,
हिला कर सोने,
100+ Gandi Shayari In Hindi
ज़िंदगी भर साथ दूँगा’
मुझे खोना मत,
रात भर चोदूंगा
बस रोना मत
Gandi baat Shayari
उसने पूछा मैं तुम्हे अपने दिल का दर्द कैसे दिखाऊ…??
मेने बड़े प्यार से बोला अपनी T-shirt उपर करके
जब मैं 4 वी में था तो “अनुच्छेद” को
अन्नू का छेद समझता था !
एक्सप्रेशन से मास्टरबेशन, मास्टरबेशन से
डिप्रेशन तक पहुंचने का सफर ही इश्क़ है
दर्द होता है दर्द होने दो,
रात बाकी है, चलो सुबह होने दो
Gandi Shayari In Hindi
रात रात भर जाग कर उसे याद करता हूँ
उसको सीने से लगाने के सपने देखा करता हूँ
Raat Raat bhar jaag kar
usey yaad karta hu
Usko seene se lagane ke
sapne dekha karta hu
200+ Gandi Shayari In Hindi
Teri ijjat mein khud khada hokar
Tumko main itna samman deta hu
Itni ijjat karta hu ki tumhe dekh kar
Khada kar apna samaan leta hu
चार दिन की ज़िंदगी है
अच्छे से गुज़ार लो
पटा लो एक बंदी
और उसको जी भर के प्यार दो
Chaar din ki zindagi hai
Achhe se guzar lo
Pataa lo ek bandi
Aur usko jee bhar ke pyar do…
जब जब याद तेरी आये
खुद को समझा लेता हूँ
जब होता नहीं खुद पर काबू
तो फिर हिला लेता हूँ।।
Jab jab yaad teri aaye
khud ko samjha leta hu
Jab hota nahi khud par
kabu toh fir hila leta hu
ठंड के मौसम में भी बिस्तर कर दे गर्म
तेरा यह बदन कितना है नर्म।।
Thand ke mausam mein
Bhi bistar kar de garam
Tera yeh badan kitna hai naram
होंटों को दांतों के नीचे दबा रही हो
इश्क़ का जाल तुम बिछा रही हो
यह हिला हिला कर अपने बदन को
हमें इतना क्यों तड़पा रही हो।।
Honto ko danto ke neeche dabaa rahi ho
Ishq ka jaal tum bichha rahi ho
Yeh hila hila kar apne badan ko
Hume itna tadpa rahi ho
हमें तुमसे आज करना है प्यार
तुम यह खोल दो सलवार
तेरे हुस्न को देख कर
अब और नहीं होता इंतेज़ार।।
Hume tumse aaj karna hai pyar
Tum yeh khol do salwar
Tere husn ko dekh kar
Ab aur nahi hota intezaar
हमने की वफ़ा मगर
उसने दिल तोड़ा मेरा
उसने पूछा याद आती है
हमने कहा जी
Da मेरा
Humne ki wafa magar
Usne dil toda mera
Usne pucha yaad aati hai
Humne kaha ji love da mera
ऐसे छुपा कर रखती हो
जैसे कोई हो तलवार
अब सब्र नहीं होता
तुम खोल दो सलवार
Aise chhupa kar rakhti ho
Jaise koi ho talwar
Ab sabar nahi hota
Tum khol do salwar
मुँह में लेना तुम्हें पसंद नहीं
एक भी कतरा शराब का
फिर क्यों बोलती हो कि धीरे से डालो
बालों में फूल गुलाब का।।
Muh mein lena tumhe pasand nahi
Ek bhi katra sharab ka
Fir kyun bolti jo ki dheere se daalo
Baalon mein phool gulab ka
जब भी हमें तेरी याद आती है
नीचे एक हलचल पैदा हो जाती है
तेरे बदन की यह खूबसूरती
हमें तेरी और खींच कर लाती है।।
Jab bhi hume teri yaad aati hai
Neeche ek halchal paida ho jati hai
Tere badan ki yeh khubsurti
Hume teri aur kheench laati hai
उसके होंटों की बिखरी लिपस्टिक
यह बता रही है
वो किसी और के साथ प्रेम सबंध
बना कर आ रही है।।
Uske honton ki bikhri lipstick
Yeh bataa rahi hai
Woh kisi aur ke saath prem sambal
Bana kar aa rahi hai
तुझसे लिपट कर तेरे सीने को
होंटों से छूना चाहता हूँ
तेरे इस बदन को मैं अपने हाथों से
सहलाना चाहता हूँ।।
Tujhse lipat kar tere seene ko
Honto se chhuna chahta hu
Tere is badan ko main apne hatho se
Sehlana chahta hu
आज तुझसे लिपट कर सो जाने दे
तेरे इस बदन को मुझे महकाने दे।।
Aaj tujhse lipat kar so jane do
Tere is badan ko mujhe mehkane do